Permanent Tattoo: क्या पूरी तरह मिट सकता है परमानेंट टैटू, हमेशा के लिए हटाने के लिए करना होगा ये काम
<p>दुनियाभर में टैटू का फैशन हमेशा ट्रेंड करता है. क्रिकेटर से लेकर सेलेब्रिटी तक के हाथों और शरीर पर आप टैटू देखते होंगे. इनमें से कुछ टैटू परमानेंट होते हैं. इसका मतलब है कि ये टैटू आसानी से नहीं छूटते हैं, ये सालों साल एक जैसे ही दिखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर परमानेंट टैटू कैसे मिटाया जा सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि परमानेंट टैटू मिटाने का तरीका क्या होता है. </p>
<p><strong>टैटू का फैशन</strong></p>
<p>दुनियाभर में टैटू का फैशन तेजी से बढ़ रहा है. हालांकि पहले भारत में टैटू का इतना क्रेज नहीं था, खासकर विदेशों में ही लोग टैटू बनवाते थे. लेकिन बीते 1 दशक से भारत में भी टैटू का क्रेज तेजी से बढ़ा है. भारत में खासकर यंगस्टर अपनी गर्दन कलाइयां, पैर, बाजू पर टैटू बनवाना काफी पसंद करते हैं. शुरूआत में तो ये टैटू काफी अच्छे लगते हैं, लेकिन सालों बाद कई बार लोग टैटू को जल्द से जल्द हटाना चाहते हैं. इतना ही नहीं कई बार लोग प्यार में पड़ कर अपने प्रेमी और प्रेमिका का नाम लिखवाते हैं, लेकिन बदकिस्मती से जब वो अलग होते हैं, इसके बाद जल्द से जल्द टैटू हटाना चाहते हैं. नॉर्मल टैटू तो जल्दी हट जाता है, लेकिन परमानेंट टैटू को हटाना इतना आसान नहीं होता है. जानिए आखिर कैसे आप परमानेंट टैटू को भी सुरक्षित तरीके से हटा सकते हैं.</p>
<p><strong>लेजर टैटू रिमूवल</strong> </p>
<p>तकनीक विकसित होने के साथ ही असंभव काम भी संभव हो चुका है. आज के वक्त लेजर टैटू रिमूवल स्थायी टैटू हटाने का सबसे कारगर तरीका है. बता दें कि यह तकनीक त्वचा से टैटू के स्याही के कणों को उच्च-तीव्रता वाले लेजर प्रकाश का उपयोग करके हटाती है. इससे आपके शरीर को बिल्कुल भी क्षति नही पहुंचती है. वहीं अलग-अलग रंगों के टैटू को हटाने के लिए अलग-अलग लेजर की जरूरत होती है. यही कारण है कि टैटू रिमूवल के लिए मरीजों को कई सत्र में एक्सपर्ट के पास जाना पड़ता है. लेजर टैटू हटाने से जुड़े जोखिम कम होते हैं, हालांकि आम दुष्प्रभाव में अस्थायी लाली, सूजन और फफोले पड़ सकते हैं.</p>
<p><strong>डर्माब्रेशन </strong></p>
<p>डर्माब्रेशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें एक त्वचा विशेषज्ञ टैटू की स्याही को हटाने के लिए त्वचा की ऊपरी परत को घिसते हैं. ये घिसाई स्किन की भीतरी परतों तक जाती है, इससे टैटू की स्याही स्किन से बाहर निकल जाती है. यह तरीका लेजर टैटू रिमूवल जितना प्रभावी नहीं है और यह काफी दर्दनाक होता है. इसमें निशान, संक्रमण और त्वचा की बनावट में बदलाव का भी अधिक खतरा होता है.</p>
<p><strong>सर्जिकल मेथड</strong> </p>
<p>टैटू हटाने का तीसरा तरीका सर्जिकल ट्रीटमेंट है. इसके जरिए भी परमानेंट टैटू को हटाया जा सकता है. इसके लिए स्किन को लोकल एनएसथीसिया की मदद से सुन किया जाता है. इसके बाद टैटू को सर्जिकल ब्लेड की मदद से हटा दिया जाता है. सर्जिकल टैटू रिमूवल कारगर है. हालांकि यह कई बार निशान छोड़ जाते हैं.ये विधि आमतौर पर छोटे टैटू के लिए ठीक होती है. सर्जिकल ट्रीटमेंट में निशान और संक्रमण का जोखिम होता है. </p>
<p><strong>टैटू कवर अप</strong> </p>
<p>बता दें कि टैटू कवर का तरीका अधिकांश लोग चुनते हैं. उदाहरण के लिए अगर आपने प्रेम में अपने किसी पार्टनर का नाम लिखवाया है, लेकिन बाद में आप उसे हटाना चाहते हैं. इस दौरान कई बार लोग टैटू कवर का विकल्प चुनते हैं. हालांकि यह विकल्प तब चुना जाता है, जब आप पूरी तरह से टैटू को हटाना नहीं चाहते और इसका डिजाइन बदलना चाहते हैं. इस दौरान छोटे टैटू को बड़े आकार के डिजाइनर टैटू से छिपा दिया जाता है. </p>
<p>Disclaimer: इस आर्टिकल में टैटू हटाने की जो विधि बताई गई है, उस पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.</p>
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