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दिवाली से पहले ही दिल्ली में बढ़ा पॉल्यूशन, डायबिटीज और हार्ट मरीजों का हो सकता है बुरा हाल

<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>Pollution SideEffects</strong>&nbsp;: दशहरा-दिवाली से पहले दिल्ली की हवा खराब हो गई है. पॉल्यूशन का लेवल बढ़ गया है. रविवार की सुबह हवा की गुणवत्ता (AQI) 266 दर्ज की गई. ऐसे में यह सांस लेने में कठिनाई समेत कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने वाला हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स खराब हवा (Delhi Air Pollution) से हर किसी को बचने की सलाह दे रहे हैं. ऐसी हवा में सांस लेना हार्ट, अस्थमा, डायबिटीज के मरीजों के लिए जोखिम भरा हो सकता है. जानें इसके क्या-क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं.</div>
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<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>खराब हवा का डायबिटीज मरीजों पर असर</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एयर पॉल्यूशन की वजह से टाइप-2 डायबिटीज का जोखिम तो रहता ही है, पहले से ही डायबिटीज के शिकार मरीजों के लिए भी यह खतरनाक हो सकता है. वायु प्रदूषण की वजह से बॉडी में इंफ्लामेशन बढ़ने और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचने का रिस्क भी रहता है. इसका नकारात्मक प्रभाव ब्लड शुगर को कंट्रोल करने वाली इंसुलिन की पावर को कमजोर बना सकती है. कई अध्ययनों में वायु प्रदूषण को आंतों के लिए भी खतरनाक माना गया है. यह डायबिटीज को बढ़ाने वाला भी हो सकता है.</div>
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<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>प्रदूषण का दिल की सेहत पर असर</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>वायु प्रदूषण का असर दिल की सेहत पर भी निगेटिव पड़ता है. शोध से पता चला है कि खराब हवा लंबे समय तक हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ा सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हवा का पीएम 2.5 दिल की धड़कन को बढ़ा सकता है, कार्डियक इस्किमिया जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है. इसलिए हार्ट के मरीजों को खराब हवा से खुद को बचाना चाहिए.</div>
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<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>सांस से जुड़ी बीमारियां बढ़ा सकती है खराब हवा</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>हवा में मौजूद छोटे-छोटे कण (पीएम 2.5) इतने छोटे होते हैं कि सांस नली में अंदर तक प्रवेश कर सकते हैं. जिससे फेफड़ों को नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में आंख, नाक, गले और फेफड़ों में जलन हो सकती है. इसके अलावा खांसी, छींक जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं. वायु प्रदूषण में ज्यादा दिनों तक रहने से श्वसन तंत्र को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए इससे बचाव का प्रयास करते रहना चाहिए.</div>
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<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong><em>Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.</em></strong></div>
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<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></div>
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